जीना ही पड़ता है !!!!
खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मौसम हो या गम के साये , जीना ही पड़ता है,Â
अगर अपना दिल टूट à¤à¥€ जाये , तो कà¥à¤› “अपनों” का दिल रखना ही पड़ता है,
महफ़िलो में कà¥à¤› अपनों के लिà¤, मà¥à¤¸à¥à¤•à¤°à¤¾à¤¹à¤Ÿ का नकाब ओढ़ना ही पड़ता है ,
जीने के लिठन रह जय कोई वजह, तो किसी को वजह देने के लिठजीना ही पड़ता है .